We Don’t Remember Days, We Remember Moments.
सोशल डेमोक्रेसी के अभाव में, पोलिटिकल डेमोक्रेसी में रियल रिप्रेजेंटेटिव नही है, इसीलिए सम्विधान पर प्रभावकारी अमल नही है । यह काम सच्चे फुले साहू अम्बेडकर के अनुयायियों के लिये चुनौती है ।
IMPA सोशल डेमोक्रेसी स्थापित करने के लिये दृढ़ संकल्पित है । जयभीम जय संविधान जय भारत जय मूलनिवासी स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
हिंदवी स्वराज्याची संकल्पना प्रत्यक्षात साकारण्यासाठी छत्रपती शिवरायांना ज्ञान,चातुर्य,चारित्र्य,पराक्रम व संघटन अशा सत्वगुणांचे बाळकडू देणाऱ्या राजमाता जिजाऊ यांना मानाचा मुजरा!
भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित डॉ० बाबासाहब अम्बेडकर जन्म जयंती के अवसर पर विशाल प्रबोधन सम्मेलन दिनांक-14 अप्रैल 2022 समय- श्याम 4 से 9 बजे तक। स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
आजादी के पहले तक भारत में महिलाओं की गिनती दोयम दर्जे में होती थी। आज की तरह उन्हें शिक्षा का अधिकार नहीं था। वहीं अगर बात 18वीं सदी की करें तो उस समय महिलाओं का स्कूल जाना भी पाप समझा जाता था।
ऐसे समय में सावित्रीबाई फुले ने जो कर दिखाया वह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। वह जब स्कूल पढ़ने जाती थीं तो लोग उन पर पत्थर फेंकते थे। इस सब के बावजूद वह अपने लक्ष्य से कभी नहीं भटकीं और लड़कियों व महिलाओं को शिक्षा का हक दिलाया।
भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित डॉ० बाबासाहब अम्बेडकर जन्म जयंती के अवसर पर विशाल प्रबोधन सम्मेलन दिनांक-14 अप्रैल 2022 समय- श्याम 4 से 9 बजे तक। स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
लड़कियों को पढ़ाने के लिए अध्यापिका नहीं मिली तो उन्होंने कुछ दिन स्वयं यह काम करके अपनी पत्नी सावित्री को इस योग्य बना दिया। उच्च वर्ग के लोगों ने आरंभ से ही उनके काम में बाधा डालने की चेष्टा की,
किंतु जब फुले आगे बढ़ते ही गए तो उनके पिता पर दबाब डालकर पति-पत्नी को घर से निकालवा दिया इससे कुछ समय के लिए उनका काम रुका अवश्य, पर शीघ्र ही उन्होंने एक के बाद एक बालिकाओं के तीन स्कूल खोल दिए।
स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
दुनिया मे क्रांति समप्रित लोग ही कर सकते है। समप्रित लोग अपने महापुरषों के अधूरे मिशन को पूरा करने के लिए कार्य करते है। जबकि, जय – जयकार करने वाले लोग केवल जय – जयकार करके ही अपने आपको धन्य मानते है। “
डॉ बाबा साहब अम्बेडकर के द्वारा चावदार तालाब के पानी के लिए किया गया संघर्ष में मानवीय मूल्यों को सिद्ध करने के लिये था, पानी पीने के लिये नही !!
आज भी संविधान पर प्रभावकारी अमल नहीं होने के कारण मानवीय मूल्य तार-तार हो रहे है ,
मिशन अधूरा है ।।
“to implement on Indian Constitution with in the health system & in nation by the health system
राजर्षि छत्रपत्रि साहूजी महराज की 147 वी जन्म जयन्ती के अवसर IMPA की वेबसाइट का inaguration 26 जून 2021 को शाम 6:30 P M बजे Indian medical professional (regd) पेज पर लाइव करेंगे मूलनिवासी नायक डॉ वामन मेश्राम संरक्षक IMPA ।
जय मूलनिवासी।
RBI was established on 1 April 1935. It was Bodhistv Vishwa Ratna Baba Saha Dr Bheem Rao Ambedkar’s tireless efforts due to which the RBI came into existence. On the occasion of the Foundation Day Of RBI, we pay grand tributes to the master of Economics & the father of Modern India Dr BR Ambedkar.
दो चरणों का आंदोलन सफल रहा, अब तीसरे चरण का आंदोलन आज हो रहा है
1: 52 प्रतिशत ओबीसी को 52 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए ।
2: जाति आधारित जनगणना हो
3: ओबीसी के आरक्षण से क्रीमी लेयर हटाया जाए ।
4: ओबीसी को भी प्रमोशन में आरक्षण दिया जाए।
5: मेडिकल में प्रवेश के लिये NEET को रद्द किया जाए।
6:जब तक एक राष्ट्र एक बोर्ड एक सिलेबस और एक जाति न हो जाये ।
आज 03 अगस्त 2021 को पूरे देश में 550 जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा एवम भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के द्वारा रैली प्रदर्शन हो रहा है , यह रैली प्रदर्शन चौधरी विकास पटेल के नेतृत्व में हो रहा है । इस आन्दोलन का IMPA समर्थन करता है ।
और IMPA उन सभी समाजिक राजनैतिक सन्गठनो का समर्थन करेगा जो उपरोक्तानुसार राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले , राजर्षि छत्रपति साहू जी महाराज , पेरियार ई वी रमा स्वामी और डॉ बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और साहब कांशीराम जी के सपनो का भारत निर्माण करने के लिये ,जन आन्दोलन करेंगे ।
जय मूलनिवासी
राष्ट्रीय अध्यक्ष IMPA डॉ मगन ससाने के निर्देशानुसार !
जय मूलनिवासी
( डॉ राजेश कुमार)
राष्ट्रीय महासचिव, केन्द्रीय सचिवालय IMPA, दिल्ली
डॉ बाबा साहब अम्बेडकर के द्वारा चावदार तालाब के पानी के लिए किया गया संघर्ष में मानवीय मूल्यों को सिद्ध करने के लिये था, पानी पीने के लिये नही !!
आज भी संविधान पर प्रभावकारी अमल नहीं होने के कारण मानवीय मूल्य तार-तार हो रहे है ,
मिशन अधूरा है ।।
“to implement on Indian Constitution with in the health system & in nation by the health system
संविधान बचाव अभियान के अंतर्गत जन आन्दोलन निर्माण निधि अभियान
दि. 26 नवम्बर 2021 से 06 दिसंबर 2021 तक…
समाज की आने वाले पीढ़ियों के आत्म सन्मान को बचने के लिए साधन-संसाधन के निर्माणों की चुनौतियों को हमे स्वीकार करना होगा. साधन-संसाधन के निर्माण की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए
26 नवम्बर 2021 आत्म सन्मान दिवस पर बामसेफ के 38 वें राष्ट्रिय अधिवेशन के लिए 10 हजार कार्यकर्ता प्रती 10 हजार रुपये का फंड संविधान बचाव अभियान के अंतर्गत जन आन्दोलन निर्माण निधि संगठन को जमा करेंगे.
– वि. एल. मातंग, राष्ट्रिय प्रचारक, बामसेफ.
RBI was established on 1 April 1935. It was Bodhistv Vishwa Ratna Baba Saha Dr Bheem Rao Ambedkar’s tireless efforts that the RBI came into existence.
On the occasion of the Foundation Day Of RBI, we pay grand tributes to the master of Economics & the father of Modern India Dr_B_R_Ambedkar.
कांस्टीट्यूशनल क्लब ऑफ इंडिया में IMPA का 07 वां राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा हैं। इस अधिवेशन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है, * डॉ. राजेश कुमार ( IMPA, राष्ट्रीय महासचिव, दिल्ली*) ने वहाँ जाकर अधिवेशन तैयारी को अंतिम रूप दिया।
आज भी मूलनिवासी बहुजन समाज तुच्छ विदेशियों का मल्टी फोल्डर गुलामी में जी रहा है
और *इसी गुलामी तथा सड़ी – गली व्यवस्था में समाज में हाइली मेरिटोरियस और हाइली इंटेलेक्चुअल माना जाने वाला डॉक्टर वर्ग भी जी रहा* है।
जबकि समाज के डॉक्टर वर्ग में इस सड़ी गली गुलामी की व्यवस्था को बदलने की पूरी क्षमता है। आज की तारीख में बहुजन समाज में डॉक्टरों की कमी नहीं है। कमी सिर्फ डॉक्टर्स के अन्दर नेतृत्व की है और नेतृत्व करने के लिए बुद्धि, पैसा, हुनर, समय और श्रम लगाना होगा। क्यूबा के डॉक्टर चे ग्वेरा ने क्यूबा को आज़ाद कराने के बाद वियतनाम में क्रांति की। जो कि उदाहरण है।
*बुध्द कहा करते थे , मेरी सेवा करने के बजाए सामाजिक रूप से दुखी पीड़ित लोगों की सेवा करो*।
राष्ट्रीय अध्यक्ष IMPA डॉ मगन ससाने ,केन्द्रीय यूनिट IMPA की तरफ से 7वे राष्ट्रीय अधिवेशन को सफल बनाने के लिये पूरे भारत देश के सभी राज्यों के सभी पदाधिकारियों ,कार्यकर्ताओ , लाइफ मेम्बर्स एवम वेलविशर्स का हार्दिक आभार व्यक्त करते है ।।
जय मूलनिवासी
भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित
डॉ० बाबासाहब अम्बेडकर जन्म जयंती के अवसर पर विशाल प्रबोधन सम्मेलन
दिनांक-14 अप्रैल 2022 समय- श्याम 4 से 9 बजे तक।
स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
इण्डियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन एवम राष्ट्रीय मूलनिवासी बहुजन कर्मचारी संघ आरोग्य शाखा महाराष्ट्र की ओर से आज दिनांक 27 अक्टूबर 2021 को महाराष्ट्र सरकार के द्वारा संविधान के विरोध में जाकर आरोग्य विभाग के
शासकीय महाविद्यालय व रुग्णालय ( मेडिकल और मेयो अस्पताल ) के माध्यम से निजीकरण के विरोध में सरकार द्वारा भेजे गए निरीक्षण समिती को काले झंडे दिखाकर निषेध प्रदर्शन किया गया तथा आए हुए निरीक्षण समिती सदस्यों को निवेदन दिया गया !
जय मूलनिवासी
(डॉ विवेक घाटे )
क्या है रेजिडेंट डॉक्टर्स के हड़ताल के पीछे का असली मकसद ? NEET EWS या OBC ऑल इंडिया कोटा ?
डॉ बाबा साहब अम्बेडकर के द्वारा चावदार तालाब के पानी के लिए किया गया संघर्ष में मानवीय मूल्यों को सिद्ध करने के लिये था, पानी पीने के लिये नही !! आज भी संविधान पर प्रभावकारी अमल नहीं होने के कारण मानवीय मूल्य तार-तार हो रहे है, मिशन अधूरा है ।।
“to implement on Indian Constitution with in the health system & in nation by the health system.
भारत मुक्ति मोर्चा द्वारा आयोजित
डॉ० बाबासाहब अम्बेडकर जन्म जयंती के अवसर पर विशाल प्रबोधन सम्मेलन
दिनांक-14 अप्रैल 2022 समय- श्याम 4 से 9 बजे तक।
स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
डॉ बाबा साहब अम्बेडकर ने 1916 में सार्वजनिक जीवन मे प्रवेश करते हुए अपने 16 साल के अथक प्रयासों और कुर्बानियों के आधार पर अछूतों को 17 अगस्त 1932 में कम्युनल अवार्ड के रूप में आज़ादी दिलाई जिसे 24 सितम्बर 1932 जो को पूना समझौता द्वारा गांधी जी द्वारा दवाब बनाकर षड्यंत्र पूर्वक समाप्त कर दिया गया ।
17 अगस्त 1932 से 17 अगस्त 1952 तक 20 साल के अथक प्रयासों और कुर्बानियों को देते हुए भारत का सम्विधान निर्माण करके भारत को गणतांत्रिक लोकतन्त्र घोषित करवाने ने सफल हुए परन्तु वास्तविक गणतांत्रिक लोकतन्त्र बनाने के लिये सामाजिक शैक्षणिक और आर्थिक भेदभाव समाप्त किया जाना बाकी था , इसलिये 17 अगस्त 1952 को 20 साल बाद कहा कि मेरी दृष्टि में कुछ काम अभी अधूरे है केवल मेरी जयजयकार करने के बजाए, मेरी दृष्टि में जो महत्वपूर्ण काम अधूरे है उनको पूरा करने के लिये अपनी जान की बाजी लगाओ ! डॉ बाबा साहब अम्बेडकर ने राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले, राजर्षि छत्रपति साहूजी महराज के द्वारा चलाये मिशन को पूरा करने के लिये अपनी जान की बाजी लगाई और 6 दिसम्बर 1956 को अपनी कुर्बानी दी । डॉ बाबा साहब के बचे अधूरे महत्वपूर्ण कार्यो को पूरा करने की जिम्मेदारी हमारी अर्थात मूलनिवासी बहुजन समाज की है । IMPA इसके लिये समर्पित है ।
राजर्षि छत्रपति साहूजी महराज स्मृति शताब्दी वर्ष के अवसर पर सी एस एम ई के अन्तर्गतसातवें राष्ट्रीय अधिवेशन के लिये महापुरुष मिशन डेवलोपमेन्ट निधि डॉ राज्रेश कुमार 25000/ डॉ तपन नशकर 25000/ डॉ जितेन्द्र कोली 16000/
डॉ विवेक जिलोवा 10000/ ,डॉ लोकेश 3000/ रुपये पे बैक टू सोसाइटी के अन्तर्गत iMPA को सुपर्द की !
जय मूलनिवासी
स्थान- वीडी बगीचा, प्राथमिक स्कूल ग्राउण्ड (अंजार योगेश्वर चौकड़ी से 2 किमी. दूरी पर) अंजार तहसील, जिला- भुज।
डॉ बाबा साहब अम्बेडकर के द्वारा चावदार तालाब के पानी के लिए किया गया संघर्ष में मानवीय मूल्यों को सिद्ध करने के लिये था, पानी पीने के लिये नही !!
आज भी संविधान पर प्रभावकारी अमल नहीं होने के कारण मानवीय मूल्य तार-तार हो रहे है ,
मिशन अधूरा है ।।
“to implement on Indian Constitution with in the health system & in nation by the health system
दिनांक 12 जून 2022 इण्डियन मेडिकल प्रोफेसनल एसोसिएशन की जनरल बॉडी की मींटंग सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता डॉ. सतपाल (चेयरमैन) जनरल बॉडी -इण्डियन मेडिकल प्रोफेसनल एसोसिएशन आपने की।
इस मीटिंग में IMPA संगठन को और गति देने के लिए कई बिन्दुयों पर महत्वपूर्ण चर्चा की गई, इसके साथ डॉ. सतपाल और IMPA संगठन के मेम्बर्स द्वारा डॉ. राजेश कुमार जी के संगठन के प्रति ईमानदारी, निष्ठा, त्याग-समर्पण को ध्यान में रखकर इण्डियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है।